1)मंगलम् पाठ कहाँ से संकलित है ?
A.वेद से
B.पूरण से
C.उपनिषद् से
D.वेदांग से
2) उपनिषद् के रचनाकार कौन है ?
A.कालिदास
B.चाणक्य
C.विदुर
D.वेदव्यास
3) नदिया नाम और रूप को छोड़कर किसमे मिल जाती है ?
A.समुन्द्र में
B.मानसरोवर में
C.तलाब में
D.झील में
4) महान से भी महान कौन है ?
A.आत्मा
B.देवता
C.ऋषि
D.दानव
5) किसकी विजय नही होती है ?
A.सत्य की
B.असत्य की
C.धर्म की
D.सत्य और असत्य दोनों की
6) किसकी विजय होती है ?
A.असत्य की
B.सत्य की
C.दोनों की नहीं होती
D.इनमे से कोई नही ?
7) हिरण्मय पात्र से किसका मुहँ ढंका हुआ है ?
A.सत्य का
B.असत्य का
C.पाप का
D.झूठ का
8) सत्य धर्म प्राप्ति के लिए किसे हटा देना चाहिए
A.लौह पात्र को
B.पीतल पात्र को
C.सवर्ण पात्र को
D.चाँदी पात्र को
9) अणु से भी सूक्ष्म क्या है ?
A.दानव
B.मानव
C.पशु
D.आत्मा
10) देवलोक का मार्ग किससे खुलता है ?
A.असत्य से
B.सत्य से
C.लोभ से
D.त्याग से
11) मंगलम् पाठ में किसके सिधांत का वर्णन है ?
A.काव्यदर्शन
B.दर्शनशास्त्र
C.वेद
D.पूरण
12) मंगलम् पाठ में किसकी महिमा का गान है ?
A.जीवात्मा की
B.देवता की
C.परमात्मा की
D.मनुष्य की
13) परमात्मा कहाँ रहते है ?
A.एकत्र
B.सर्वत्र
C.अन्यत्र
D.इनमे से कोई नही ?
14) वेद कितने प्रकार के होते है ?
A.एक
B.चार
C.पांच
D.आठ
15) उपनिषद के कितने प्रकार होते है ?
A.107
B.105
C.106
D.108
16) यह संसार किनके द्वारा अनुशासित है ?
A.मनुष्य के द्वारा
B.परमात्मा के द्वारा
C.दानव के द्वारा
D.वीरों के द्वारा
17) किस पुरुष को मृत्यु के आने की जानकारी हो जाती है ?
A.साधक को
B.असधक को
C.मुर्ख को
D.राजा को
18)प्राणी के ह्रदय रूपी गुफा में कौन विधमान है ?
A.आत्मा
B.शारीर
C.देव
D.राक्षस
19) मंगलम् पाठ में कितने मन्त्र है ?
A.4
B.5
C.6
D.7
20) नदियाँ समुद्र मे कैसे मिलती है ?
A.नाम को छोड़कर
B.रूप को छोड़कर
C.नाम और रूप दोनों को छोड़कर
D.बिना किसी को छोड़े
21) सुख का वहन करने वाला कौन है ?
A.हिंसा
B.असत्य
C.अहिंसा
D.सत्य
22) मंगलम पाठ मे कैसे मंत्र संकलित है ?
A.पधात्मक
B.गधात्मक
C.दोनों
D.इनमे से कोई नहीं
23) वेदरूपी शास्त्र क्या होता है ?
A.अनित्य
B.नित्य
C.कृत्य
D.भृत्य
24) सत्य का मुहँ किस पात्र से ढँका हुआ है ?
A.हिरण्मय पात्र से
B.रजतमय पात्र से
C.ताम्रमय पात्र से
D.इनमे से कोई नहीं
25)भारत की शोभा को देखकर कौन प्रसन्न है ?
A.ईश्वर
B.आलसली
C.दैत्य
D.क्रोधी